जिसमें इलाके के मशहूर खतीब मौलाना अब्बास चतुर्वेदी साहब ने हज़रत अंजान शाह के ऊपर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह बुजुर्ग भागलपुर के सिलसिले साहवाजिया से ताल्लुक रखते थे। और यह बुजुर्ग आले रसूल हैं, और यह तकरीबन ढाई सौ वर्ष पहले के बुजुर्ग हैं। यह अल्लाह वाले अपने गांव को छोड़ कर दूसरे इलाके में पहुंचकर लोगों को सीधी राह पर चलने की हिदायत दिया करते थे।उनकी करामात सेे इलाके के लोग फैजयाब होते आ रहे हैं।और उनके दरबार में अकीदतमंद द्वारा हजारों की तादाद में सभी जातियों के लोग पहुंच कर अपनी मुराद पूरी होने की कामना करते हैं।
हाफिज अजमत एवं हाफिज तंजीर साहब ने वली के शान में तकरीर के दौरान कहा कि वली हमेशा इंशान को सच्चे मार्ग पर चलने की सलाह दिया करते थे कोई किसी को बिना बुलाए भी इनका करम ऐसा है कि इनके मजार पर लोग खींचे चले आते हैं। प्रोग्राम को और भी चार चांद लगाने के लिए नात खां के रूप में मो फरियाद साही, अब्दुस्समद, हाफिज फुरकान रजा ने बुजुर्गों के शान में अपनी नातिया कलाम के जरिए लोगों के दिलों को बाग बाग कर दिया। जबकि प्रोग्राम के मंच संचालक यानी नकीब के रूप में हाफिज मो. आरिफ एवं हाफिज मो. अब्दुल रहमान साहब ने खूबसूरती अंदाज में की गई।
व्यवस्थापक के रूप में बंबम पंडित, राजेश कुमार मो. हफीज आमिर रजा मो. शहंशाह कैफ ने की। मौके पर चंदा पैना फुलौत सहित विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों की संख्या लोग मौजूद थे।