मो. शहंशाह कैफ की रिपोर्ट-
मधेपुरा: चौसा प्रखंड अंतर्गत फुलौत संकुल विद्यालय की रसोइया संघ द्वारा दो दिवसीय हड़ताल पर है। आज हड़ताल का दूसरा दिन है और अब रसोइया संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कह रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार, मानदेय में बढ़ोतरी किए जाने के लिए सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। इन्ही को लेकर आक्रोशित होकर रसोइया संघ द्वारा विद्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही हैं। रसोइया संघ की अध्यक्ष राधा देवी एवं नविता देवी का कहना है कि, पूरे बिहार में हजारों की संख्या में रसोइया भोजन बनाती हैं। रसोइया का मानदेय वर्तमान में 1500 प्रतिमाह है। जो सिर्फ 10 माह के लिए ही देय होता है, इतने कम मानदेय में कैसे चलेगा काम , संघ के सदस्यों व महिलाओं ने कहा कि एक दिन की रोजी लगभग 50 रुपए पड़ रही है। कहीं भी इतनी कम राशि नहीं है। भोजन बनाने का काम सिर्फ डेढ़ घंटे का नहीं है बल्कि सुबह 10 से दोपहर तीन बजते हैं। चूल्हा जलाने से लेकर खाना बनाना, बर्तन साफ करना, परोसना व साफ सफाई करना पड़ता है।
बता दें कि, 2023-24 के बजट में मुख्यमंत्री द्वारा केवल 300 रूपए की वृद्धि की गई, जिससे रसोइया संघ आक्रोशित है। इनकी मांग है कि, इनके मानदेय को 15000 प्रति माह पर किया जाए। यदि ऐसा न हुआ तो आने वाले समय में संघ समेत सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा।इस मौके पर त्रिवेणी देवी रसोईया संघ की अध्यक्ष राधा देवी, अहिल्या देवी, संगीता देवी रंजन देवी कविता देवी सुनीता देवी नविता देवी आदि मौजूद थी।