मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड अंतर्गत फुलौत के पंचायत सरकार भवन में आज शनिवार को मधेपुरा के एसडीआरएफ टीम के द्वारा डूबने से सुरक्षा हेतु जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि एवं के गणमान्य व्यक्ति सहित अन्य कर्मियों ने भाग लिया। सब इंस्पेक्टर ने बताया कि आपदा आने पर बच्चों को कैसे बचाया जाए, उससे बचाव के लिए अनेक टिप्स दिए। इस दौरान समस्त लोगों को बैठाकर एसडीआरएफ के टीम द्वारा मॉक ड्रिल किया गया। एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर के द्वारा जानकारी दी गई कि प्राकृतिक आपदा के दौरान लोगों की जान माल की तत्काल रक्षा व सहायता कैसे उपलब्ध कराया जाय, एवं कोई व्यक्ति अगर मृत स्थिति में दिखे तो उसकी जीवन बचाने के लिए कैसे उपाय करना है, उसकी विशेष जानकारी दी गई। भूकंप के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भूकंप के दौरान आप मकान या दफ्तर में हो तो वहां से बाहर निकल जाएं। भूकंप आने पर खुले मैदान की ओर भागें यह ज्यादा सेफ होता है। किसी बिल्डिंग के आसपास न खड़े हों। घर के दरवाजे खिड़की खुला रखें। घर से बाहर निकलना मुमकिन नहीं हो तो बेड, टेबल आदि के नीचे छुप जायें ताकि किसी भी परिस्थिति में कम से कम नुकसान हो।दीवार के कोने या फिर दरवाजे के चौखट पर खड़े होकर अपना बचाव कर सकते हैं। भूकंप के दौरान कोई व्यक्ति अंदर मलबे में फंस गया है तो उसे किसी किनारे से लेटकर निकालने की कोशिश की जा सकती है। आपदा के दौरान घायलों को किस प्रकार से जल्द से जल्द इलाज के हॉस्पिटल भेजने में हम सबों की सहभागिता हो सकती है।
एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर की तरह बताया कि मधेपुरा जिला में बाढ़ का समय नजदीक आ चुका है, इसलिए हम सभी को सतर्क रहना चाहिए बता दें कि जिला पदाधिकारी के निर्देश अनुसार पूरे जिला में 22 जनों का प्रोग्राम रखा गया है जिसमें चौसा प्रखंड में 4 दिवसीय प्रोग्राम रखा जाएगा ।इस दौरान हेड कांस्टेबल कुमार सिंह, फुलौत पुर्वी के उप मुखिया पति गोपाल कुमार साह, वार्ड सदस्य मुन्ना यादव, मालिक कुमार शिव कुमार,उदय कुमार पंडित,राजू कुमार, पूर्व उप मुखिया सोनू कुमार मलिक आदि के ग्रामीण मौजूद थे।।